पूर्व विधायकों के परिजन के पास पहुंची जिले की शराब ठेकेदारी

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सागर। जिले में शराब बेचने के ठेकेदार तय हो गए हैं। लेकिन सागर की ठेका प्रक्रिया किसी थ्रिल और सस्पेंस से भरे सीन से कम नहीं रही। शराब के खरीदारों ( शौकीन)से लेकर सफेदपोश, खाकी और छोटे- मंझोले ठेकेदार सभी में ठेकेदारी को लेकर चर्चा रही। इससे पहले बीते दिन शनिवार को जब ओपन बिड की आखिरी बोली के फिगर 522 करोड़+ सामने आए तो लगा कि ठेका इस बोलीदार को ही मिलेगा क्योंकि ठेकेदार ने शासन की ऑफसेट प्राइज 511 करोड़ + से करीब 11 करोड़ रु. अधिक लगाए थे। लेकिन आज रविवार को जैसे ही क्लोज बिड को ऑनलाइन ओपन किया तो नया आंकड़ा 532 करोड़+ का निकला। ये बोली नामचीन शराब निर्माता और ठेकेदार कंपनी सोम ने लगाई। बताया जाता है कि इस फर्म में तेंदूखेड़ा से पूर्व विधायक संजू शर्मा और पूर्व विधायक मंत्री स्व. हरनाम सिंह राठौर के पुत्र कुलदीप सिंह भी बतौर एसोसिएट शामिल हैं। बीती रात ओपन बिड की सबसे बड़ी बोली पूर्व विधायक संजू शर्मा की बताई जा रही देवरी कंपनी ने लगाई थी। बोली में तो कांग्रेस नेता और बुंदेलखंड के इकलौते केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के पुराने संगाती कमलेश बघेल भी शामिल थे। लेकिन वो पिछड़ गए। कमोवेश कमलेश के संग भी पूर्व विधायक एवं नामचीन शराब ठेकेदार संतोष साहू के पुत्र एवं पूर्व विधायक पारुल साहू के भाई सतीश साहू बतौर पार्टनर थे। हालांकि इन दोनों ने ही अपने पुत्रों के नाम से बनी नई फर्म के नाम पर इस टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया था। इस तरह से ये पूरी टेंडर प्रक्रिया पूर्व विधायकों के परिजन के इर्द-गिर्द घूमती रही। सहायक जिला आबकारी आयुक्त दीपक अवस्थी के अनुसार फाइनिलिस्ट बिडर को 3 दिन में बिडिंग संबंधी समस्त औपचारिकताएं पूरी करना होगी। यहां बता दें कि सागर में लंबे समय बाद सिंगल जिला टेंडर हुआ है। इसके पूर्व दुकानों के अलग- अलग ग्रुप बनाकर टेंडर होते रहे। जिसके कारण शराब को अवैध तरीके से बेचने के मामलों में इजाफा हुआ था। ठेकेदारों के आपसी कॉम्पटीशन से पुलिस की चांदी रही तो शौकीनों को कुछ कम कीमत पर शराब मिलती रही। ताजा क्लोज बिड में कमलेश बघेल एंड कम्पनी ने 524+ और पूर्व विधायक संजू शर्मा एंड कंपनी ने 514 करोड़ + की बोली लगाई थी लेकिन कुलदीप सिंह एंड एसोसिएट 532 करोड़ 99 हजार 999 रु. की बोली लगाकर बाजी अपने नाम कर ली।
पूरे जिले की शराब बिक्री का सिंगल ठेका, शासन को चाहिए 511 करोड़ रु.
09/03/2025



