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पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह अपने पुराने चुनावी गढ़ सुरखी पहुंचे

120 साल पुरानी रामलीला आयोजन की परंपरा, कोविडकाल में भी नहीं रुकी रामलीला के आयोजकों व कलाकारों का पूर्व गृहमंत्री ने अभिनंदन किया

सागर। वे दोनों बड़े नेता हैं। राजनीति की सभी तरह चालें जानते हैं। ये बातें राजनीतिक चर्चाओं के रसिया पूर्व मंत्री एवं खुरई  विधायक भूपेंद्रसिंह ठाकुर और  केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के बारे में बोल रहे हैं। राजनीतिक बयानबाजी कर एक दूसरे पर हमला करने वाले ये दोनों रथी अब धर्म ध्वजा लेकर एक-दूसरे के विस क्षेत्र में प्रवेश कर ताकत दिखाना चाह रहे हैं। शुरुआत राजपूत खेमे की तरफ से मानी जा सकती है। जिन्होंने इसी महीने खुरई में जगद्गुरु शंकराचार्य सदानंद सरस्वती के आयोजन में शिरकत की। आयोजन में खुरई के पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे की बड़ी भूमिका थी। अब बात भूपेंद्र सिंह की। जो रविवार को अपने पुराने चुनावी गढ़ सुरखी पहुंच गए। यहां वे एक रामलीला कार्यक्रम में पहुंचे। उनकी अगवानी में बड़ी संख्या में जन समूह उमड़ा। 

भगवान श्री राम की लीलाओं के मंचन की परंपरा को 120 वर्षों से निरंतर श्रद्धापूर्वक निर्वाह करते हुए देवलचौरी के ग्राम वासियों और आयोजकों ने इस रामलीला आयोजन को जिले और प्रदेश की समृद्ध परंपरा बना दिया है। 120 वर्ष बड़ा कालखंड है और आज श्री रामलीला का आयोजन मंचन महंगा और कठिन होता है पर देवलचौरी के आयोजनकर्ता बधाई और प्रशंसा के पात्र हैं। यहां श्री रामलीला कार्यक्रम देखने पहुंचे पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने यह भाव प्रकट किए और व्यक्तिगत रूप से आयोजन समिति को 51 हजार रुपए भेंट किए।  इस अवसर पर अपने संबोधन में पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे आने का उद्देश्य ही यह था कि मैं इस रामलीला आयोजन के आयोजकों व कलाकारों का अभिनंदन करना चाहता था। आयोजन समिति के प्रमुख अजय तिवारी देवलचौरी ने बताया कि जिस चबूतरे पर श्री रामलीला का आयोजन हो रहा है उसे सुरखी विधायक रहते हुए भूपेन्द्र भैया ने विधायक निधि से बनवाया था।  सिंह ने कहा कि कोरोना काल में भी यह आयोजन नहीं रुकने दिया, उस दौरान पुलिस आयोजन को रोकने पहुंची तो अजय तिवारी की सूचना पर उन्होंने ही हस्तक्षेप करके अनुमति दिलाई थी ताकि प्राचीन परंपरा की निरंतरता बनी रहे। उन्होंने यह परंपरा अक्षुण्ण रखने के लिए ग्रामवासियों को धन्यवाद दिया। पूर्व मंत्री सिंह ने कहा कि हम सभी जीवन में भगवान श्रीराम के आदर्शों,मर्यादाओं और धर्म पर चलें तो समाज और जीवन में सुख शांति समृद्धि आती रहती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम यदि 14 वर्ष के वनवासी जीवन में संघर्षों से नहीं गुजरते तो संभवतः वे भगवान के स्थान पर सिर्फ एक राजकुमार ही होते। हमें रामायण से यह सीख मिलती है कि भगवानों को भी जीवन में संघर्ष करना पड़ता है, बिना संघर्ष के जीवन में कुछ नहीं मिलता और यदि मिलता भी है तो उसका कोई मूल्य नहीं रहता। उन्होंने अत्याचार,अनीति, अधर्म के विरुद्ध लड़ते हुए रावण के अत्याचारों को समाप्त किया। इस आयोजन को देखने से जीवन में अच्छाई बुराई का भेद हमेशा स्मरण होता रहता है और यह स्मरण भी मिलता है कि भगवान श्री राम शाश्वत रूप से हमारे जीवन में रहते हैं। उन पर अटूट आस्था रखने वाले को वे कभी निराश नहीं करते और संकट में सहायता के लिए सदैव उपस्थित रहते हैं। पूर्व गृहमंत्री,  खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने रामलीला के सीता स्वयंवर व श्री राम द्वारा शिव जी का धनुष तोड़ने का प्रसंग देखा। उन्होंने मंच पर स्वयंवर हेतु पधारे श्रीराम लक्ष्मण और उनके गुरु ऋषि तथा भगवान शिव जी के धनुष का पुष्प हार से अभिनंदन किया। 

गांव-गांव पूर्व गृहमंत्री का स्वागत

आयोजक अजय तिवारी देवलचौरी के परिवार ने पूर्व मंत्री सिंह का अभिनदन किया। सागर से देवलचौरी तक के मार्ग में भापेल स्थित जैसीनगर तिगड्डा, सत्ता ढाना,सेमाढाना, सरखड़ी, नयाखेड़ा और सागौनी गुरु में पूर्व गृहमंत्री खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह का स्थानीय जनता द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। सरखड़ी में फलों से तुलादान किया गया।  कार्यक्रम में महापौर प्रतिनिधि डा. सुशील तिवारी, मंगल सिंह सागौनी, सोमेश जड़िया, महेश साहू, लक्ष्मण सिंह, अतुल नेमा, उमेश यादव, अभिषेक तिवारी नयाखेड़ा, प्रदीप पप्पू गुप्ता सचिन सिंह सागौनी, सुरेन्द्र तिवारी, संतोष दुबे, राजू तिवारी, शरद जैन, विजय नीखरा, निकेश गुप्ता, प्रतीक चौकसे, आदित्य राजा मैनवारा, अंकित विश्वकर्मा शुभम घोसी, बाटू दुबे, मधुर तिवारी, मनोज शुक्ला, शुभम साहू, अत्तू यादव सहित हजारों की संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

09/02/2025

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