बीजेपी: कौन बनेगा जिलाध्यक्ष…. आज सुबह 11 बजे जिला कार्यालय में रायशुमारी
किसी बड़े चुनावी टिकट से भी विकट हुआ नाम तय करना!

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सागर। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष को चुनने की घड़ी 30 दिसंबर नजदीक आती जा रही है। खुल्लम-खुल्ला अलग- अलग दिख रहे धड़ों में अपना-अपना अध्यक्ष बनाने की होड़ जारी है। यह धड़े कौन-कौन से है। यह बीते दिनों सरे-आम जाहिर भी हो चुका है। बहरहाल अध्यक्ष पद के लिए नामों का पैनल तैयार करने का शगल गुरुवार होगा। इसके लिए सुबह 11 बजे जिले के 48 में से चुने गए 44 मंडल के अध्यक्ष, विधायक, सांसद, जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर समेत पूर्व में चुने गए सांसद, विधायक व अन्य पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। ये सभी अध्यक्ष पद की दावेदारी करने वालों के नाम पर रायशुमारी करेंगे। जिसके बाद छन-छनकर सामने आए 4-5 नामों का एक पैैनल तैयार किया जाएगा। जिसे जिला निर्वाचन अधिकारी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सीमासिंह, जिला पर्यवेक्षक एवं पूर्व विधायक नरेंद्र बिल्थरे और सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी एवं पूर्व विधायक डॉ. विनोद पंथी व वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. वीरेंद्र पाठक प्रदेश संगठन को भेजेंगे। जहां क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद व अन्य वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी इनमें से एक नाम तय करेंगे।
यहां भी मंत्री और पूर्व मंत्री के बीच जंग के हालात
भाजपा के अंदरखाने से मिली खबर के अनुसार अपना अध्यक्ष बनाने के लिए इस समय दो खेमे मैदान में हैं। इनमें एक खेमा केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत का है। जिसमें उनके अलावा सागर से वरिष्ठ विधायक शैलेंद्र जैन, और फिफ्टी-50 पोजिशन में सांसद डॉ. लता वानखेड़े शामिल हैं। इस गुट का प्रयास है कि कैसे भी करके निवर्तमान अध्यक्ष गौरव सिरोठिया को ही रिपीट करा लिया जाए। हालांकि ये खबरें भी आ चुकी हैं कि वर्तमान अध्यक्षों को दोबारा अवसर नहीं दिया जाएगा।
इसके बावजूद इस खेमे को उम्मीद है कि पार्टी के समक्ष गौरव के परफॉर्मेंस की बात कर उन्हें रिपीट कराया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर यह खेमा ओबीसी से जगन्नाथ गुरैया और अजा से नगर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार का नाम आगे बढ़ाएगा। सूत्रों का कहना है कि खेमे में अंदरूनी रूप से इन तीन नामों पर आम सहमति बन चुकी है। दूसरे खेमे के लीडर पूर्व मंत्री एवं खुरई से विधायक भूपेंद्रसिंह हैं। जिनके साथ बगैर किसी संदेह के देवरी से विधायक बृजबिहारी पटैरिया, महापौर संगीता डॉ.सुशील तिवारी और फिफ्टी-50 वाली स्थिति में नरयावली से वरिष्ठ विधायक प्रदीप लारिया भी हैं। लारिया इस खेमे में इसलिए हैं क्योंकि राजपूत खेमा वृंदावन अहिरवार का नाम आगे बढ़ा रहा है।
इस खेमे से भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष अर्पित पांडे , बीना से संजय बापट, पूर्व जिलाध्यक्ष जाहरसिंह के नाम आगे बढ़ाए जा सकते हैं। हालांकि बारीक बात ये भी है कि यह खेमा खुलकर अपने आदमी का नाम सामने नहीं ला रहा। अगर पूर्व मंत्री और वरिष्ठतम विधायक गोपाल भार्गव ने इस कवायद में मशविरा दिया तो कोई नया नाम जुड़ सकता है। जो पूर्व विधायक हरवंशसिंह राठौर जैसा हो सकता है।
जो दोनों ही खेमों के लोगों को निरुत्तर कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ लोग वे भी हैं जो संगठन में पैठ व चुनावी सेवाओं के आधार पर जिलाध्यक्ष बनने का दावा कर रहे हैं। इनमें अनुराग प्यासी, प्रभुदयाल पटेल, श्याम तिवारी जैसे भी नाम हैं।



