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आरटीओ के पूर्व आरक्षक शर्मा ने मालथौन चेक पोस्ट से भी खूब “माल” बनाया !
गौर से करें फिल्म "पुष्पा" के पुष्पाराज से मिलती-जुलती है इस पूर्व सिपाही की कहानी !

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सागर। चर्चा है कि आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा ने प्रदेश के बड़े अंतरराज्यीय चेकपोस्ट ठेके पर ले रखे थे। उनमें सागर जिले की मालथौन चेक पोस्ट भी शामिल थी! भोपाल में आयकर विभाग और पुलिस को उसके निवास से मिली करोड़ों रुपए की नकदी, 50 लाख रु. के जेवरात, बेशकीमती गाड़ियां, जमीन-प्लाट के कागजात और नोट गिननेकी 7-7 मशीन के अलावा जंगल से जो 52 किग्रा सोना और 9.86 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी मिली है। उसमें इस मालथौन चेक पोस्ट से बनाया “माल” भी शामिल है !
बताया जाता है कि इस पूर्व सिपाही के पास मालथौन के अलावा सिवनी जिले के महाराष्ट्र बार्डर पर स्थित खवासा, चिरुला, मुरैना चेक पोस्ट का भी ठेका था! चेक पोस्ट से होने वाली अकूत काली कमाई को उजागर करने वाली संभवत: देश भर में यह पहली कार्रवाई है। पिछले दिनों मालथौन चेक पोस्ट पर हुई एक घटना से भी यहां होने वाली कमाई के बारे समझा जा सकता है। घटनाक्रम यूं है कि एक लेडी एसआई ने इस चेक पोस्ट के बाहर बेरिकेड्स लगाकर वाहनों की चेकिंग का शगल किया था। जिसके चलते मिर्च से भरा एक ट्रक पलट गया था। बाद में इस घटना के विरोध में ट्रक ड्राइवरों ने झांसी-लखनादौन राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया था। इस मामले में पूर्व मंत्री एवं खुरई से वरिष्ठ विधायक भूपेंद्रसिंह ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण सवाल भी लगाया था।
कांग्रेस बोली, कार्रवाई के दौरान किसकी गाड़ी को छोड़ दिया गया?
एक अदने से सिपाही के पास करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति मिलने खबरों के बीच कांग्रेस, राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। मप्र कांग्रेस कमेटी ने अपने एक्स हैंडिल पर कमेंट लिखा है कि भोपाल में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई होती है, कार्रवाई के दौरान करीब 52 किलो सोना लावारिस हालत में जंगल में एक कार से बरामद होता है !
खबर यह भी सुर्खियों में है कि एक गाड़ी छोड़ भी दी गई! सवाल यह है कि उस गाड़ी में क्या था और जो था वह किस रसूखदार का था ? भोपाल में मुख्यमंत्री की नाक के नीचे अपराध और भ्रष्टाचार का सागर बह रहा है! मध्यप्रदेश की सरकार के करप्शन और कमीशन की बेल फल फूल रही है! हाल ही में पड़े छापों में एक पूर्व और कई वर्तमान नौकरशाह, राजनेताओं का नाम भी सुर्खियों में है! वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने एक्स पर लिखा कि मप्र में अनुकंपा नियुक्ति पाने वाला एक सिपाही जब 100 करोड़ रु. का मालिक है तो मंत्रियों-अफसरों की आर्थिक स्थिति कितनी मजबूत होगी।
कुछ-कुछ पुष्पा सरीखी की लगती है सौरभ की कहानी
आयकर और लोकायुक्त की जांच की जद में आए आरटीओ के इस पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा की कहानी कुछ-कुछ पुष्पा फिल्म के पुष्पाराज से मिलती-जुलती है। जिसने चंद सालों के भीतर ही 100 करोड़ रुपए का साम्राज्य खड़ा कर लिया। बताया जाता है कि अनुकंपा नियुक्ति में आने के कुछ समय बाद ही चर्चा में आ गया था।
शुरुआती दौर में शिकवे-शिकायतें भी हुईं। लेकिन उसने चेक पोस्ट पर रहते यह जान लिया कि यहां बहुत मोटी कमाई है। फिर उसने इस बारे में प्रदेश सरकार के जिम्मेदार मंत्री-अफसरों से इस बारे में बातचीत करना शुरु की। उन्हें बताया कि आपके अधीनस्थ अफसर आपको बराबर कट नहीं दे रहे हैं। अगर ये काम मुझे दिया जाए फिर देखिए कैसे में इन चेकपोस्ट को एक सिंडिकेट के रूप में तैयार कर आप के सामने दौलत की बरसात करता हूं। बता दें कि पिछले साल एक प्रतिष्ठित अखबार ने बीते साल सेंधवा (बड़वानी जिला)चेक पोस्ट पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। जिसमें बताया गया था कि इस अकेले एक चेकपोस्ट हर महीने 24 करोड़ रुपए की काली कमाई होती है। चर्चा तो यह भी है कि इसी आरक्षक शर्मा ने कुछ खास चेक पोस्ट पर इस तरह के वसूली काउंटर डिजाइन कराए थे। जहां ट्रक ड्राइवर को कागज व रकम देते वक्त उसे लेने वाले का चेहरा तक दिखाई नहीं देता था। रकम देने के बाद उन्हें एक टोकन ईश्यु होता था। जो ट्रक चालकों को अगले चेकपोस्ट तक काम आता था। सूत्रों का कहना है कि पूर्व आरक्षक अब तक इनकम टैक्स और लोकायुक्त की पकड़ से दूर है। चर्चा है कि वह विदेश निकल गया है। हालांकि उसके एक साथी चेतनसिंह गौर से पूछताछ जारी है। बता दें कि राजधानी भोपाल में गुरुवार देर रात मेंडोरी के जंगल में आयकर विभाग और पुलिस की संयुक्त रेड में 52 किलो सोना जब्त किया गया। इसकी कीमत 40 करोड़ के आस-पास बताई जा रही है। ये सोना एक कार से बरामद किया गया है।
जो किसी नंदनसिंह गौर की बताई जाती है। जो इसी पूर्व आरक्षक शर्मा का दोस्त है। कार में 9.86 करोड़ रु. भी मिले हैं। सूत्रों के अनुसार ये पूरी रकम परिवहन विभाग के इसी पूर्व सिपाही की है। जिसने बीते अंतरराज्यीय चेकपोस्ट बंद करने का ऐलान होने पर वीआरएस ले लिया था।
बताया जाता है कि इस पूर्व सिपाही के पास मालथौन के अलावा सिवनी जिले के महाराष्ट्र बार्डर पर स्थित खवासा, चिरुला, मुरैना चेक पोस्ट का भी ठेका था! चेक पोस्ट से होने वाली अकूत काली कमाई को उजागर करने वाली संभवत: देश भर में यह पहली कार्रवाई है। पिछले दिनों मालथौन चेक पोस्ट पर हुई एक घटना से भी यहां होने वाली कमाई के बारे समझा जा सकता है। घटनाक्रम यूं है कि एक लेडी एसआई ने इस चेक पोस्ट के बाहर बेरिकेड्स लगाकर वाहनों की चेकिंग का शगल किया था। जिसके चलते मिर्च से भरा एक ट्रक पलट गया था। बाद में इस घटना के विरोध में ट्रक ड्राइवरों ने झांसी-लखनादौन राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया था। इस मामले में पूर्व मंत्री एवं खुरई से वरिष्ठ विधायक भूपेंद्रसिंह ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण सवाल भी लगाया था।
कांग्रेस बोली, कार्रवाई के दौरान किसकी गाड़ी को छोड़ दिया गया?
एक अदने से सिपाही के पास करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति मिलने खबरों के बीच कांग्रेस, राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। मप्र कांग्रेस कमेटी ने अपने एक्स हैंडिल पर कमेंट लिखा है कि भोपाल में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई होती है, कार्रवाई के दौरान करीब 52 किलो सोना लावारिस हालत में जंगल में एक कार से बरामद होता है !
खबर यह भी सुर्खियों में है कि एक गाड़ी छोड़ भी दी गई! सवाल यह है कि उस गाड़ी में क्या था और जो था वह किस रसूखदार का था ? भोपाल में मुख्यमंत्री की नाक के नीचे अपराध और भ्रष्टाचार का सागर बह रहा है! मध्यप्रदेश की सरकार के करप्शन और कमीशन की बेल फल फूल रही है! हाल ही में पड़े छापों में एक पूर्व और कई वर्तमान नौकरशाह, राजनेताओं का नाम भी सुर्खियों में है! वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने एक्स पर लिखा कि मप्र में अनुकंपा नियुक्ति पाने वाला एक सिपाही जब 100 करोड़ रु. का मालिक है तो मंत्रियों-अफसरों की आर्थिक स्थिति कितनी मजबूत होगी।कुछ-कुछ पुष्पा सरीखी की लगती है सौरभ की कहानी
आयकर और लोकायुक्त की जांच की जद में आए आरटीओ के इस पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा की कहानी कुछ-कुछ पुष्पा फिल्म के पुष्पाराज से मिलती-जुलती है। जिसने चंद सालों के भीतर ही 100 करोड़ रुपए का साम्राज्य खड़ा कर लिया। बताया जाता है कि अनुकंपा नियुक्ति में आने के कुछ समय बाद ही चर्चा में आ गया था।
शुरुआती दौर में शिकवे-शिकायतें भी हुईं। लेकिन उसने चेक पोस्ट पर रहते यह जान लिया कि यहां बहुत मोटी कमाई है। फिर उसने इस बारे में प्रदेश सरकार के जिम्मेदार मंत्री-अफसरों से इस बारे में बातचीत करना शुरु की। उन्हें बताया कि आपके अधीनस्थ अफसर आपको बराबर कट नहीं दे रहे हैं। अगर ये काम मुझे दिया जाए फिर देखिए कैसे में इन चेकपोस्ट को एक सिंडिकेट के रूप में तैयार कर आप के सामने दौलत की बरसात करता हूं। बता दें कि पिछले साल एक प्रतिष्ठित अखबार ने बीते साल सेंधवा (बड़वानी जिला)चेक पोस्ट पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। जिसमें बताया गया था कि इस अकेले एक चेकपोस्ट हर महीने 24 करोड़ रुपए की काली कमाई होती है। चर्चा तो यह भी है कि इसी आरक्षक शर्मा ने कुछ खास चेक पोस्ट पर इस तरह के वसूली काउंटर डिजाइन कराए थे। जहां ट्रक ड्राइवर को कागज व रकम देते वक्त उसे लेने वाले का चेहरा तक दिखाई नहीं देता था। रकम देने के बाद उन्हें एक टोकन ईश्यु होता था। जो ट्रक चालकों को अगले चेकपोस्ट तक काम आता था। सूत्रों का कहना है कि पूर्व आरक्षक अब तक इनकम टैक्स और लोकायुक्त की पकड़ से दूर है। चर्चा है कि वह विदेश निकल गया है। हालांकि उसके एक साथी चेतनसिंह गौर से पूछताछ जारी है। बता दें कि राजधानी भोपाल में गुरुवार देर रात मेंडोरी के जंगल में आयकर विभाग और पुलिस की संयुक्त रेड में 52 किलो सोना जब्त किया गया। इसकी कीमत 40 करोड़ के आस-पास बताई जा रही है। ये सोना एक कार से बरामद किया गया है।
जो किसी नंदनसिंह गौर की बताई जाती है। जो इसी पूर्व आरक्षक शर्मा का दोस्त है। कार में 9.86 करोड़ रु. भी मिले हैं। सूत्रों के अनुसार ये पूरी रकम परिवहन विभाग के इसी पूर्व सिपाही की है। जिसने बीते अंतरराज्यीय चेकपोस्ट बंद करने का ऐलान होने पर वीआरएस ले लिया था। 20/12/2024



