रिश्वत मांगने के आरोपी ईपीएफ के रीजनल कमिश्नर के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश
2 साल पहले 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए थेविशेष न्यायालय में आरोपी भी मौजूद रहे, निलंबन की तलवार लटकी

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सागर। दो साल पहले कर्मचारियों के रिकॉर्ड में संशोधन करने के नाम पर 10 लाख रु. की रिश्वत मांगने वाले ईपीएफओ के रीजनल कमिश्नर सतीशकुमार के खिलाफ चालान पेश किया गया। मंगलवार को विशेष न्यायाधीश आलोक मिश्रा, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के कोर्ट में ईओडब्ल्यू के टीआई स्वर्णसिंह धामी और उमा नवल आर्य ने करीब 400 पन्नों का चालान पेश किया। इस दौरान कोर्ट में आरोपी कमिश्नर सतीशकुमार भी मौजूद रहे। इधर चालान पेश होने के बाद रीजनल कमिश्नर सतीशकुमार के एक बार फिर निलंबन की तलवार लटक गई है। 
सागर-जबलपुर की टीम ने 5 लाख रु. लेते रंगे हाथों पकड़ा था
रीजनल कमिश्नर सतीशकुमार के खिलाफ बीआर एंड कंपनी के एक पार्टनर अनिरुद्ध पिंपलापुरे ने जून 2022में ईओडब्ल्यू जबलपुर को एक लिखित शिकायत की थी। उनका कहना था कि रीजनल कमिश्नर कर्मचारियों के भविष्य निधि संबंधी एक मामले में मेरी फर्म से 10 लाख रुपए मांग रहे हैं। मैं रकम नहीं देना चाहता हूं। इसके बाद ईओडब्ल्यू सागर और जबलपुर की एक संयुक्त टीम ने सतीशकुमार के निवास पर उन्हें रिश्वत की रकम की पहली किस्त के रूप में 5 लाख रु. लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस ने कमिश्नर को गिरफ्तर कर कोर्ट में पेश किया था। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। करीब 50 दिन बाद हाईकोर्ट से जमानत मिली। जानकारी के अनुसार रीजनल कमिश्नर सतीशकुमार वर्तमान में चेन्नई में पदस्थ हैं। ईओडब्ल्यू द्वारा चालान पेश करने की सूचना ईपीएफओ के प्रमुख कार्यालय भेजे जाने के बाद सतीशकुमार का निलंबित होना तय है।
28/02/2024



