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तोड़-फोड़: चाय सुट्टा बार में नेताओं के बारे लिखा धांसू डॉयलॉग ! ननि कमिश्नर ने कर्मचारियों से पूछा किस के कहने पर की कार्रवाई
जनपद के मार्केट की चाय दुकान पर अतिक्रमण की कार्रवाई के मामले में ननि कमिश्नर ने जारी किए नोटिस

सागरवाणी डॉट कॉम। 9425172417
सागर। सिविल लाइंस के चाय-सुट्टा बार में तीन दिन पहले की गई अतिक्रमणरोधी कार्रवाई पर नगर निगम कमिश्नर चंद्रशेखर शुक्ला ने नाराजगी जताई है। उन्होंने अधीनस्थ कर्मचारी सहायक राजस्व निरीक्षक वाहन विभाग हरेंद्र खटीक, मस्टरकर्मी जेसीबी ड्राइवर राजेश भदौरिया और अतिक्रमण शाखा के स्थाईकर्मी अशरफ को शो-कॉज नोटिस दिया है।
ननि कमिश्नर शुक्ला का कहना है कि बुधवार की रात को चाय की उक्त दुकान पर तोड़फोड़ के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के माध्यम से जानकारी मिली है। जिससे जाहिर होता है कि आप लोगों ने नगर निगम के कार्यक्षेत्र के बाहर जाकर यह कार्रवाई की। आप लोग तत्काल जवाब दें कि यह कार्रवाई किस अधिकारिता से की।
ननि कमिश्नर शुक्ला का कहना है कि बुधवार की रात को चाय की उक्त दुकान पर तोड़फोड़ के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के माध्यम से जानकारी मिली है। जिससे जाहिर होता है कि आप लोगों ने नगर निगम के कार्यक्षेत्र के बाहर जाकर यह कार्रवाई की। आप लोग तत्काल जवाब दें कि यह कार्रवाई किस अधिकारिता से की। दुकान संचालक डॉक्टर ने दुकान पर डायलॉग लिखकर आक्रोश जताया
इस मामले में चाय सुट्टा बार के संचालक डॉ. अरुणेंद्र प्रतापसिंह ने तोड़-फोड़ कराने के संदेही नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिए आक्रोश जताया है। उन्होंने चाय सुट्टा बार के काउंटर पर एक ब्लैक बोर्ड टांग दिया है। जिसमें लिखा है कि चाय सर्व नहीं की तो दुकान तोड़ दी, हौसला कैसे तोड़ोगे नेता। डॉ. सिंह का कहना है कि यह सरासर अवैध कार्रवाई थी। उस दिन हम लोग नगर निगम के अतिक्रमण अमले से बार-बार बोलते रहे कि आप को जो-जो हिस्सा अतिक्रमण प्रतीत हो रहा है। वह हम लोग तुरंत स्वयं हटाने को तैयार हैं। लेकिन ननि कर्मियों ने एक नहीं सुनी। उन्होंने दुकान के बाहर प्लेटफार्म को तोड़ने के साथ-साथ फोल्डेबिल छज्जा भी तोड़ दिया। ननि की कार्रवाई को इससे भी समझा जा सकता है कि जिस तरह का निर्माण मेरी दुकान के बाहर है और फोल्डेबिल छज्जा लगा है। ठीक उसी तरह की स्थिति बाजू की दुकान की भी है। लेकिन ननि ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
कांग्रेस ने बीजेपी की आईटी प्रकोष्ठ के नेता पर लगाया तोड़फोड़ का आरोप
इस मामले में युवा कांग्रेस के नेता एड. राहुल खरे भाजपा पर हमला बोला है। खरे ने बड़े स्पष्ट रूप से बीजेपी आईटी प्रकोष्ठ के नेता अंशुल सिंह परिहार पर यह तोड़ – फोड़ कराने का आरोप लगाया है। राहुल का कहना है कि सीसीटीवी कैमरों में अंशुल चाय की दुकान के कर्मचारियों को धमकाते स्पष्ट दिखाई व सुनाई दे रहे हैं। बीजेपी जिलाध्यक्ष का करीबी होने के कारण उन्होने ये कार्रवाई करवाई। नैतिक रूप से इस मामले में किन्ही दो – एक को नहीं, पूरी जिला भाजपा को सफाई देना चाहिए।
जनपद के मार्केट में हुई तोड़फोड़ से सीईओ-अध्यक्ष बेखबर
जिस दुकान में तोड़फोड़ की गई है। वह जनपद पंचायत सागर की प्रॉपर्टी है। अगर यहां किसी भी तरह का अतिक्रमण होता है तो नियमानुसार जनपद पंचायत सीईओ पुलिस-प्रशासन और नगर निगम को बाकायदा पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहते हैं। जैसा कि कुछ महीने पहले इस मार्केट में दुकानों के बाहर तक बने प्लेटफार्म्स व दुकानों का स्वरूप बदलने के मामले में जनपद पंचायत कार्यालय ने किया था। लेकिन इस मामले में जनपद पंचायत ने न तो नगर निगम और न ही प्रशासन को इस बारे में कोई पत्र लिखा है। दूसरी ओर इस मामले में जनपद पंचायत अध्यक्ष सविता पृथ्वीसिंह और सीईओ अजयकुमार वर्मा अब तक बेखबर बने हुए हैं। उन्होंने इस बारे में न तो दुकानदार से कोई जानकारी ली है और न ही नगर निगम प्रशासन से जवाब-तलब किया है।



