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कानून की छात्रा ने लगाई ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाने वाले युवकों की जमानत के खिलाफ आपत्ति

छात्रा की ओर सेे वकील ने दिया तर्क, यह पूरा केस संगठित अपराध का है, एफआईआर में बढ़ाई जाए धारा

सागर। महादेव और लोटस-365 एप के जरिए ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाने वाले युवकों की मुसीबत बढ़ सकती है। दरअसल मकरोनिया निवासी एक युवती, जो कानून की छात्रा है। उसने अपने वकील के जरिए इन युवकों की जमानत के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई है। साथ ही उसने कोर्ट से मांग की है कि इस मामलेे में मोतीनगर पुलिस एफआईआर में संगठित अपराध के तहत बीएनएस की धारा 111 का इजाफा करे। युवती का नाम रजनी पटेल है। वह एलएलबी तृतीय वर्ष की छात्रा है। उसने यह आपत्ति अपने वकील देवेंद्र सिंह के जरिए लगाई। बता दें कि सोमवार को भिलाई छत्तीसगढ़ निवासी युवक मोहम्मद इम्तियाज, कबीर कोरी, गोलू उर्फ निखिल कोरी और सागर निवासी विशाल साहू ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नेहा श्रीवास्तव की कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन पेश किया था। इन लोगों ने पूर्व में सीजेएम कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन किय था। जहां से खारिज कर दिया गया था। एड. देवेंद्रसिंह के अनुसार सरकारी वकील व मेरे मुवक्किल की आपत्ति के बाद न्यायाधीश श्रीवास्तव की कोर्ट ने इन युवकों का जमानत आवेदन खारिज कर दिया।

जुआ-सट्टा सामाजिक अपराध, परिवार बरबाद हो जाते हैं

छात्रा रजनी पटेेल ने सागरवाणी से चर्चा में बताया कि, जुआ-सट्टा एक सामाजिक बुराई है। जिसके खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार प्रत्येक नागरिक को है। इसी सोच के तहत मैंने यह आपत्ति दर्ज कराई। रजनी का कहना है कि अगर इन युवकों को जमानत पर रिहा किया जाता है तो यह दोबारा और ज्यादा बड़े पैमाने पर यही अपराध दोहरा सकते हैं। इधर इस मामले में मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंतसिंह का कहना है कि आरोपियों ने जिस तरीके से अपराध करने का आरोप है। उस लिहाज से यह संगठित अपराध की श्रेणी में आता है। इस बारे में न्यायालय से निर्देश मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। टीआई सिंह के अनुसार संगठित अपराध के लिए बीएनएस में धारा 111 का प्रावधान किया गया है। दोष सिद्ध पाए जाने पर 3 साल से लेकर आजीवन कारवास तक की सजा हो सकती है।

ऐसा प्री-प्लान्ड अपराध जिसमें मोबाइल-लैपटॉप से डाटा गायब कर देते हैं

इन आरोपियों की जमानत के खिलाफ पुलिस की ओर से सरकारी वकील ने भी जोरदार आपत्ति लगाई थी। शासकीय अधिवक्ता का कहना था कि महादेव और लोटस एप के जरिए सट्टा खिलाने की जड़ेे काफी व्यापक और गहराई तक फैली हैं। प्रारंभिक विवेचना में पुलिस ने पाया है कि ये लोग देश-दुनिया तक अपना नेटवर्क फैला कर यह अपराध कर रहे थे। इन लोगों ने पुलिस से बचने के लिए अपने मोबाइल-लैपटॉप में ऐसे एप या बग इंस्टॉल करा रखे थे कि जैसे ही इन डिवाइस को जब्त किया तो उनका डाटा गायब हो गया। चूंकि यह डाटा रिकवर करने के लिए एफएसएल की मदद लेना होगी। जिसमें समय लगेगा। अगर इस दौरान इन लोगों को जमानत दी जाती है तो यह साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर सकते हैं। पुलिस को इस मामले में जुड़े अन्य आरोपियों की धर-पकड़ में व्यवहारिक समस्याएं आ सकती हैं। इसलिए इन लोगों को जमानत नहीं दी जाए। बता दें कि बीते सप्ताह मोतीनगर पुलिस ने शनीचरी व विजय टॉकीज के पास से 9 युवकों को गिरफ्तार किया गया था। ये लोग महादेव व लोटस-365 एप की आईडी और वाट्स एप के जरिए सट्टे की बुकिंग ले रहे थे। इस गिरोह का सरगना नमकमंडी निवासी युवक अमन जैन बताया जा रहा है। जो फिलहाल सेंट्रल जेल सागर में बंद है। 

30/09/2024

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