मावा भी खा गए नायब तहसीलदार और खसरे में फौती भी दर्ज नहीं की !
मालथौन के आगार्सिस गांव के किसान ने राजस्व अधिकारी पर लगाया नकदी के साथ - साथ रिश्वत लेने का आरोप

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सागर। मैं 6 महीने से परेशान हूं। नायब तहसीलदार ने 15 हजार रु. भी ले लिए और मेरी जमीन के खसरा नं . में फौती दर्ज नहीं की। इतना ही नहीं वे मुझसे 4 -5 बार में करीब 5 किग्रा मावा मंगाकर भी खा गए। इसके बाद भी मेरा काम नहीं कर रहे हैं। यह संगीन टाइप का आरोप मालथौन तहसील के आगार्सिस गांव के किसान रतिराम यादव ने यहां के नायब तहसीलदार कमलेश सतनामी पर लगाया है। रतिराम का कहना है कि मैं 6 महीने से परेशान हूं। मेरी जमीन के खसरा नं 199 पर मेरा व मेरी बहनों का फौती नामान्तरण होना है। लेकिन नायब तहसीलदार इस संबंध में आदेश जारी नहीं कर रहे। परेशान होकर मैंने 3 दफा कलेक्टर की जनसुनवाई में भी आवेदन दिया लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
क्वार्टर के बगीचे में भी काम कराया
किसान रतिराम का कहना है कि मैं महज एकड़ – डेढ़ एकड़ की जमीन का मालिक हूं। 2 भैंस भी पाले हूं। उनसे से मेरा गुजारा होता है। जिस जमीन का फौती नामांतरण होना है वह मात्र 22 डिस्मिल है। जिस पर मेरे कुटुम्ब के लोगों ने जबरिया कब्जा कर लिया है जबकि राजस्व दस्तावेजों में उनका कहीं कोई उल्लेख नहीं है। रतिराम का कहना है कि नायब तहसीलदार ने मेरा काम करने की एवज में मावा, रिश्वत के अलावा मुझसे से अपने क्वार्टर में बागवानी का काम भी कराया। पिछली बारिश में उन्होंने क्वार्टर के पीछे बने बगीचे में मुझ से टमाटर, बैगन, मिर्च आदि की निंदाई – गुड़ाई कराई थी। मैं जब भी उनके पास अपने इस काम के लिए जाता हूं तो वे आज – कल में कर देने की बात बोल टाल जाते हैं। मैंने नायब तहसीलदार के तत्कालीन ड्राइवर बलराम के सामने रिश्वत की राशि दी थी। इधर इन आरोपों को लेकर नायब तहसीलदार कमलेश सतनामी से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं अभी टीएल बैठक में हूं। यहां से फ्री होने के बाद बात करूंगा।
डिस्क्लेक्लेमर: सागर वाणी प्रकाशन उक्त आडियो की पुष्टि नहीं करता है।
- 12/02/24



