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इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव: मंत्री राजपूत बोले, हमारा लक्ष्य क्षेत्रीय उद्योगों को बढ़ावा देना

कॉन्क्लेव के आयोजन स्थल का मुआयना करने विधायक जैन के साथ पहुंचे पीटीसी ग्राउंड

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सागर। शुक्रवार को बुंदेलखंड रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव है। बुंदेलखंड से इकलौते केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत इस आयोजन में घराती की भूमिका में हैं। स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन भी हाथ बंटा रहे हैं। लेकिन मुख्य जिम्मेदारी राजपूत की ही है। शेष जनप्रतिनिधि कॉन्क्लेव में बराती की भूमिका में हैं। वे स्वयं बराती बने हैं या ऐसे हालात पैदा किए गए ये आयोजन स्थल के सामने विराजमान पहलवान बब्बा जानें? बहरहाल शहर से लेकर संभाग तक चर्चा है कि कॉन्क्लेव का परिणाम ये भी तय करेगा कि इस “उद्योग लगाओ मेले” में मंत्री राजपूत स्वयं का कितना राजनीतिक उद्यम साबित का पाए? या वे केवल अपने विभाग विशेष को चलाने तक ही ठीक हैं। अन्य विभागों के समन्वय से होने वाले इस तरह के आयोजनों के लिए क्या वे सीएम के सारथी बनने की कूबत रखते हैं….? 

स्थानीय उद्योग-धंधों को बढ़ाना  प्राथमिकता : राजपूत

हमारा पहला उद्देश्य स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल, खनिज आधारित उद्यमों की स्थापना करना है। इस मामले में  सागर समेत बुंदेलखंड काफी धनी है। यहां वनोपज से लेकर शहरी क्षेत्र में चांदी, गौण खनिज संपदा, कृषि यंत्र निर्माण इकाइयां अच्छी खासी संख्या में है। एक दिन बाद होने वाले कॉन्क्लेव का उद्देश्य ही यही है कि हम इनसे जुड़े लोगों के व्यवसाय या उद्योगों को कैसे और विस्तारित किया जाए ताकि अधिक से अधिक से रोजगार के अवसर पैदा हों। यह बात मप्र शासन के केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत ने कही। वे बुधवार शाम को पीटीसी ग्राउंड में चल रही कॉन्क्लेव की तैयारियों का मुआयना करने आए थे। उद्योगों के जमीन पर दिखाई देने के सवाल पर मंत्री राजपूत ने कहा कि मुख्यमंंत्री डॉ. मोहन यादव इस बिंदु को भली-भांति समझते हैं। इसलिए वह इस तरह के कॉन्क्लेव को रीजनल स्तर पर करा रहे हैं। जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर इसके उदाहरण हैं। उद्योग लग रहे हैं। यही सागर और बुंदेलखंड में भी होगा। इससे पहले उन्होंने बताया कि कॉन्क्लेव के लिए अब तक 4500 उद्यमियों के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इनमें से हम लोगों ने देश के बड़े उद्यमियों को 20-20 के तीन ग्रुप में बांटा है। जिनसे हम यहां बड़े निवेश की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि सीएम डॉ. यादव की साउथ के शहरों समेत कोलकाता विजिट का हमें फायदा मिलेगा। वे हैदराबाद भी जा रहे हैं। इसका भी हमें लाभ मिलेगा। राजपूत ने बताया कि बुंदेलखंड में कई उद्योग हैं जो पर्याप्त प्रोत्साहन व संसाधनों की उपलब्धता के अभाव में ग्रोथ नहीं कर पाए। उनमें चांदी, वुडन फर्नीचर, अगरबत्ती और बीड़ी प्रमुख है। यह कॉन्क्लेव इन उद्योगों के लिए पॉवर बूस्टर का काम करेगा। शहर के वरिष्ठ विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि कॉन्क्लेव शहर के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। बाहर से आने वाले उद्यमियों का स्वागत हम बुंदेली परंपरा से करेंगे। बीड़ी उद्योग के संबंध एक सवाल के जवाब में जैन ने कहा कि इस व्यवसाय के नकारात्मक पक्ष के साथ सकारात्मक पहलू को भी देखा जाए। यह हमारे क्षेत्र में रोजगार का एक बड़ा जरिया था। जो अब दूसरे प्रदेशों में शिफ्ट हो चुका है। उन्होंने कहा कि हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि बीड़ी के कच्चे माल पर जीएसटी भले नहीं कम करा पाएं लेकिन तेंदूपत्ता की कीमत को इस तरह से तय करें कि प्रदेश में बीड़ी उद्योग को संजीवनी मिल जाए। इस दौरान कमिश्नर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत, कलेक्टर संदीप जीआर, जिला पंचायत सीईओ गौरव एके एसपी विकास सहवाल, ननि कमिश्नर राजकुमार खत्री, समेत उद्योग विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

25/09/2024

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