48 घंटे पहले तक नाले से खाली होती रही झील ! घाटों पर धुल रहे घर- अस्पताल के कपड़े और चादर
स्मार्ट सिटी अधिकारियों की जवाबदेही ठेकेदार को नोटिस देने तक सीमित

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सागर। इस खबर ज्यादा कुछ लिखने को नहीं है। देखने और महसूस करने की बात है। देखने के लिए वीडियो हैं ….फोटो हैं। महसूस क्या करने के लिए आप स्वतंत्र हैं। मसला शहर के बीचों-बीच स्थित लाखा बंजारा झील का है। जिसे एक तरफ साफ और सुंदर करने का काम डोढ़ा (सिंघाड़ा की खेती में काम आने वाली नाव) से समुंदर पार करने वाली गति से चल रहा वहीं दूसरी तरफ झील को खाली करने और गंदा करने का काम मोटर बोट की स्पीड से जारी है।
दो दिन पहले तक रीतती रही झील, जहां दांव लगे वही धोबी घाट!
झील में मिलने वाले नालों की टेपिंग के काम के पूरा होने की घोषणा डेढ़ साल पहले हो गई थी। लेकिन सच ये है कि ये काम पूरा नहीं हुआ है और इस हद तक अधूरा है कि लबालब भरी झील 48 घंटे पहले तक इस नाला टेपिंग के पाइपों से खाली हो रही थी। जिसकी मुख्य वजह ये है कि झील के सौंदर्यीकरण और स्वच्छता के लिए जवाबदेह ठेकेदार कंपनी अश्वथ इन्फ्रा दिल्ली ने शहनाई गार्डन और ग्रेविटी बार के सामने के मुख्य बड़े नालों पर स्लूज गेट का काम अधूरा छोड़ रखा है। नतीजतन झील का पानी लौटकर नाले में मिल रहा है।
इधर झील में कपड़े धोने का काम अभी भी जारी है। स्थिति ये है कि परकोटा से बस स्टैण्ड की तरफ के घाटों पर लोग सुबह- सुबह पितृों को जल देते हैं वहीं उनके बाजू में कतिपय लोग अस्पतालों और घरों से निकले गंदे चादर व अन्य कपड़े मय डिटर्जेंट पाउडर के धोते रहते हैं।
कार्रवाई करेंगे लोग भी टोका-टाकी करें
झील के करीबी नालों पर लगे स्लूज गेट में हैंडल यानी पुल्ली का काम बाकी है। इसके चलते ये हालात बने। इस संबंध में ठेकेदार कंपनी को लगातार नोटिस दिए गए हैं। समय रहते काम पूरा नहीं करने पर पेनाल्टी की कार्रवाई भी करेंगे। झील के घाटों पर कपड़े धोने पर सख्ती से रोक है। फिर भी धुल रहे हैं तो टीम को भेजेंगे। लोगों को भी ऐसे तत्वों को रोकना- टोकना चाहिए।
– राजकुमार खत्री सीईओ , सागर स्मार्ट सिटी कंपनी लिमि. एवं कमिश्नर नगर निगम, सागर
23/09/2024



