रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव:अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग का भी अवसर मिलेगा
मंत्री राजपूत बोले, कॉन्क्लेव में उद्यमी सोच के युवा और महिलाओं का स्वागत

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सागर। 27 सितंबर को JNPA और पीटीसी ग्राउंड में होने जा रही रीजनल इन्डस्ट्री कॉन्क्लेव में जहां एक ओर पूर्व से स्थापित उद्यमियों को बुंदेलखंड में अपनी नवीन इकाई शुरु करने के आमंत्रित किया जा रहा है। वहीं जो लोग शुरुआती स्तर पर उद्यम से जुड़े हैं या कोई नया उद्योग शुरु करना चाहते हैं।
उनके लिए भी इस कॉन्क्लेव में बहुत से विकल्प और आइडिया देखने समझने मिलेंगे। सागर वाणी डॉट कॉम से चर्चा में केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि कॉन्क्लेव में एक प्रदर्शनी भी रखी गई है। इसमें बुंदेलखंड में तैयार होने वाली , मशीनरी व उत्पादों को डिस्पले किया जाएगा।
मंत्री राजपूत ने कहा कि मैं चाहता हूं कि कॉन्क्लेव में उद्योग या सर्विस सेक्टर में इन्वेस्टमेंट की सोच रखने वाले युवा और महिलाएं यहां आएं।
उन्हें इस आयोजन से उद्यमी बनने के गुर से लेकर इनोवेटिव आइडिया भी देखने मिलेंगे। जो युवा और महिलाएं अपने उत्पाद को स्थानीय स्तर पर बेच रहे हैं। वे उन्हें लेकर इस प्रदर्शनी में आएं और उसकी मार्केटिंग करें। मुमकिन है कि आपको कोई और बड़ा इन्वेस्टर यहां मिल जाए। जो आपका समृद्धि के साथ क्षेत्र में रोजगार के अवसर
सृजित करने में मददगार साबित होगा। इससे पहले केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि समिट में शामिल होने के लिए देश-प्रदेश से 1000 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। 3000 उद्यमियों के शामिल होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुंदेलखंड के औद्योगिकीकरण के लिए तेजी से काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मप्र के लिए 2025 को उद्योग वर्ष
घोषित किया है। वहीं वे अगले साल भोपाल में 7-8 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी आयोजित कर रहे हैं। जिसका लाभ हमारे बुंदेलखंड को भी मिलेगा।
रीजनल कॉन्क्लेव सीएम का क्रांतिकारी कदम: विधायक जैन
वरिष्ठ विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मार्गदर्शन में आयोजित किये जा रहे रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव रूपी एक क्रांतिकारी प्रयोग है। उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर के बाद अब सागर में आयोजित होने वाले इस कॉन्क्लेव में ऐसा नहीं है कि चंद मुट्ठीभर उद्योगपति यहां आकार उद्योग लगाएंगे।
बल्कि बुंदेलखंड क्षेत्र के छोटे-छोटे , स्टार्ट अप शुरू करने, एक जिला एक उत्पाद के तहत फूड प्रोसेसिंग की इकाइयां लगाने, जैसे पन्ना के आंवला, दमोह के चना, सागर के टमाटर, मूंगफली आदि क्षेत्रीय गुणवत्ता पूर्ण उत्पादकों की सही ब्रांडिंग, मार्केटिंग करने तथा उन्हें प्रादेशिक , राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक बुकलेट भी बनाई जा रही है जिसमें हमारे क्षेत्र से संबंधित ऐसे सभी उत्पादों को शामिल किया जाएगा जिनमें विकास की संभावनाएं हैं। यह जानकारी बुकलेट, पेन ड्राइव के माध्यम से संबंधित उद्योगपतियों तक भी पहुंचाई जाएगी। वास्तव में यहां ऐसे उद्योग लगाए जाएंगे जहां निवेश से लोगों को रोजगार मिल सके।
13/09/2024



