ब्रेकिंग न्यूज़

लहसुन बना सफेद सोना, चार महीने से दाम 200-300 रु. किलो

आलू, प्याज के मिजाज भी तेज, हरी सब्जियों के भाव बढ़े

sagarvani.com9425172417

सागर। गर्म तासीर वाली सब्जियों (कंद) में शामिल लहसुन के भाव भी काफी गर्म चल रहे हैं। सराफा में जो पोजिशन व्हाइट गोल्ड की होती है वही सब्जी मंडी और ठेलों पर लहसुन की हो गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि लहसुन लगातार चार महीने से 200 रु. प्रति किलो के पार चल रहा है। इस महीने तो यह 300 रु. प्रति किलो तक मंडी में बिक रहा है। जबकि शहर के गली-कूचों में ठेलों पर भाव 400 रु. किलो तक लिए जा रहे हैं। लहसुन के भाव तेज होने का मुख्य कारण ये है कि इसकी उपज के मुख्य गढ़ राजस्थान और गुजरात में किसानों ने बहुत कम बुवाई की। जिसकी वजह ये थी कि पिछले साल सही रेट नहीं मिलने के कारण किसानों को लहसुन की बोरियां सड़कों पर फेंकना पड़ी थी। सब्जी मंडी के प्रमुख व्यापारी और आढ़तिया राजकुमार धामेचा के अनुसार यह हालात अगले तीन महीने तक और रहेंगे। हालांकि ये व्रत और पितृपक्ष वाले माह रहेंगे इसलिए घरों में खपत भी कम हो जाएगी।

आलू भी रिकॉर्ड भाव पर बिक रहा, नवंबर के बाद मिलेगी राहत

हर साल जुलाई से नई फसल आने तक आलू के फुटकर भाव औसतन 15-20 रु. प्रति किलोग्राम रहता था। लेकिन इस दफा आलू भी तेवर में है। इस समय मंडी में 30 रु. तो ठेलों पर 40 रु. प्रति किग्रा बिक रहा है। व्यापारी धामेचा के अनुसार, देश के मुख्य आलू उत्पादक यूपी में इस सब्जी की फसल देश की आवश्यकता के मुकाबले 70 फीसदी रही। जबकि बीते कई सालों से यह आवश्यकता से 20 प्रतिशत अधिक रहती थी। यही 20 प्रतिशत आलू कोल्ड स्टोरेज में जगह नहीं मिल पाने के कारण मंडियों में रोटेट होता रहता था। इससे भाव नीचे रहते थे। लेकिन इस दफा 70 प्रतिशत उपज होने के कारण यह स्टोरेज में आसानी से पहुंच गया। जिसके चलते भाव ऊपर चल रहे हैं। अक्टूबर-नवंबर में जब नई फसल आएगी तो भाव बहुत हद तक नीचे आना शुरु हो जाएंगे।

प्याज का स्टॉक भी रोग के कारण बिगड़ा, इसलिए भाव स्थिर

प्याज में इस साल रोग लग गया था। जिसके चलते इसकी गांठ ऊपर से तो ठीक दिखती थी लेकिन भीतर से यह सड़ चुकी होती थी। इसके चलते बड़ी तादाद में घर व टेम्परेरी थोकबंद स्टोरेज की प्याज बुरी तरह से खराब हो गई। इसी के चलते इस दफा प्याज के भाव फुटकर में 40 रु. प्रतिकिग्रा तक पहुंच गए। हालांकि मांग में कमी आने के कारण अब भाव 30 रु. किलो पर स्थिर हैं लेकिन यह भाव अक्टूबर के आसपास नासिक से आनी वाली नई प्याज के कारण ही कम होंगे।

अन्य सब्जियों के भाव इस प्रकार हैं-

टमाटर- 30 रु. किलो

बैंगन/ भटा- 15 रु.

पालक- 30 रु.

अदरक- 80 से 150 रु.

करेला- 40 रु.

भिंडी- 30 रु.

नींबू- 160 रु.

धनिया- 160 रु.

बरबटी-40 रु.

कुंदरू परोरा- 80 रु.

पत्ता एवं फूल गोभी- 60 रु.

हरी मिर्च- 20रु.

 08/09/2024

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!