ब्रेकिंग न्यूज़

कैंसर: पूरे परिवार को तन-मन-धन से तोड़ देता है इसलिए मंत्री राजपूत का प्रयास रंग लाना चाहिए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिया भरोसा कि सागर जिले की बहुप्रतीक्षित मांग होगी पूरी,   कैंसर अस्पताल खुलेगा : खाद्य मंत्री राजपूत 

sagarvani.com9425172417

सागर। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर के कैंसर मरीजों का डाटा तैयार करने की पहल की है। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भी नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के तहत मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। शुरुआती दौर है इसलिए सागर समेत संभाग भर का एक्चुअल डाटा यानी कैंसर मरीजों की संख्या फिलहाल नहीं मिल सकती। बावजूद बीएमसी के आंकोलॉजी (कैंसर) विभाग के अनुसार लाइलाज माने जाने वाले इस रोग के सागर संभाग में 10 हजार मरीज हो सकते हैं। इनमें से अधिकान्श मुख, गले और फेंफड़े तथा महिलाएं स्तन के कैंसर से जूझ रही हैं। यह पूरा जिक्र इस लिए निकला क्योंकि एक दिन पहले  खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोंविद सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बीएमसी में कैंसर यूनिट के लिए राशि एवं संसाधन मंजूर करने की मांग रखी थी।

जवाब में सीएम डॉ. यादव ने उन्हें मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। बोले कि, बुंदेलखण्ड चिकित्सा महाविद्यालय सागर में जल्द ही कैंसर अस्पताल की सुविधा क्षेत्र के लोगों को प्राप्त होने लगेगी। मंत्री राजपूत ने बुंदेलखण्ड क्षेत्र के कैंसर पीड़ितों के लिए 40 करोड़ रु. से अधिक का अनुमानित प्राक्कलन सौंपा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र के सागर संभाग में 6 जिले सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाडी़ को मिलाकर सागर संभाग की संख्या लगभग 79 लाख है। बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय में सागर जिले एवं आस-पास के जिलो के निवासी इलाज के लिये चिकित्सालय में आते हैं। सागर के मेडिकल कॉलेज में कैंसर मरीज की संपूर्ण उपचार की सुविधा नहीं है। इसलिए उन्हें दूसरी जगह रेफर करना पड़ता है। जिसके चलते उन्हें कई बार आर्थिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। सागर जिले में कैंसर अस्पताल की सुविधा होने से इन सभी समस्याओं का निदान हो सकेगा।

मेडीकल कॉलेज में स्वीकृत होगा न्यूरो सर्जन का पद

खाद्य मंत्री राजपूत ने मुख्यमंत्री को बताया कि बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज में गत 15 वर्षों से न्यूरो सर्जन का पद स्वीकृत नहीं है। इससे हेड इन्जुरी (मस्तिष्क की चोट) के मरीजों को इलाज के लिये सागर से बाहर जाना पड़ता है। कई बार रास्ते में इलाज के अभाव में मरीज दम तोड़ देते है। इस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजपूत को भरोसा दिया कि जल्द ही मेडीकल कॉलेज सागर में न्यूरो सर्जन का पद भी स्वीकृत किया जायेगा।

07/09/2024

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!