चर्चित
दौड़ती गाड़ियों बीच सड़क पर पड़ी थी मय बच्ची के बदहवास महिला, एसआई ने बच्ची को तत्काल गोद में उठा बचाई जान
पिता के गुमशुदा होने से परेशान महिला मुख्यमंत्री से गुहार लगाने आई थी
सागर वाणी डेस्क। 9425172417
सागर । पीएम मोदी की ढाना में हुई सभा से लौटते समय एक महिला बम्हौरी तिराहा से करीब एक किमी पहले बीच रोड पर बदहवास – बेहोश पड़ी थी। उसके शरीर पर उसकी करीब एक साल की बच्ची पड़ी बिलख रही थी।
गजब और शर्मनाक ये यह था कि उसके चारों तरफ से चार पहिया वाहन हॉर्न बजाते हुए निकलते जा रहे थे Iलेकिन कोई भी ना तो उस बच्ची को उठा रहा था ना ही महिला की सुध ले रहा था Iतभी वहां से महाराजपुर (देवरी) पुलिस थाने में पदस्थ एस आई मीनेश भदोरिया निकले। वह तुरंत गाड़ी से उतरे और इस दुधमुंही बच्ची को गोद में उठा लिया। इसके बाद कुछ और लोग सामने आए और महिला को सड़क से एक तरफ कर दिया I पानी के छींटे मारने के बाद महिला कुछ होश में आई और उसने बताया कि मैं, राजनगर की रहने वाली हूं I मेरी पिता गायब हैं। स्थानीय पुलिस मेरी सुनवाई नहीं कर रही है। मैं स्थानीय विधायक के पास भी गई थी I लेकिन उन्होंने भी कोई मदद नहीं की। इसलिए मैं अपनी गुहार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लगाने आई थी। बताया जाता है कि यह महिला पिछले तीन-चार दिन से थाना क्षेत्र में भटक रही थी, वह केवल मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिलना चाहती थी लेकिन उसकी मुलाकात नहीं हो पाई तो वह बदहवाश हो गई और सड़क पर बेहोशी की हालत में आ गिरी। जब उससे कहा गया कि वह पास के पुलिस थाने में चले। वहां से उसे उचित कानूनी मदद दिलाई जाएगी तो वह और ज्यादा नाराज हो गई। उसने आसपास पड़े कंकड़-पत्थर पुलिसकर्मियों की तरफ मारना शुरू कर दिए। हालांकि वहां मौजूद मकरोनिया के पटवारी विनोद साहू ने इस महिला को समझाइश देकर नियंत्रित किया। फिर उसे एसआई भदौरिया, मीडियाकर्मियों की मदद से पुलिस की गाड़ी में बैठाया। समाचार लिखे जाने पर यह महिला सुरखी थाने पहुंचा दी गई है। इस पूरे घटनाक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा में आए कतिपय सफेदपोश, प्रशासनिक अफसर और आम नागरिकों का बड़ा ही अमानवीय चेहरा देखने मिला I जो एक सड़क पर पड़ी महिला को तो ठीक उसकी मासूम बच्ची को भी सड़क से उठाने तैयार नहीं हुए और हार्न बजाते , जगह बनाते हुए आगे बढ़ रहे थे। गनीमत रही कि पुलिस महकमें में मीनेश भदोरिया जैसी संवेदनशील नौजवान अधिकारी भी हैं जोअपने कर्तव्य को भली-भांति समझते हैं। और उसे निभाने में कभी पीछे नहीं हटते हैं।
गजब और शर्मनाक ये यह था कि उसके चारों तरफ से चार पहिया वाहन हॉर्न बजाते हुए निकलते जा रहे थे Iलेकिन कोई भी ना तो उस बच्ची को उठा रहा था ना ही महिला की सुध ले रहा था Iतभी वहां से महाराजपुर (देवरी) पुलिस थाने में पदस्थ एस आई मीनेश भदोरिया निकले। वह तुरंत गाड़ी से उतरे और इस दुधमुंही बच्ची को गोद में उठा लिया। इसके बाद कुछ और लोग सामने आए और महिला को सड़क से एक तरफ कर दिया I पानी के छींटे मारने के बाद महिला कुछ होश में आई और उसने बताया कि मैं, राजनगर की रहने वाली हूं I मेरी पिता गायब हैं। स्थानीय पुलिस मेरी सुनवाई नहीं कर रही है। मैं स्थानीय विधायक के पास भी गई थी I लेकिन उन्होंने भी कोई मदद नहीं की। इसलिए मैं अपनी गुहार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लगाने आई थी। बताया जाता है कि यह महिला पिछले तीन-चार दिन से थाना क्षेत्र में भटक रही थी, वह केवल मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिलना चाहती थी लेकिन उसकी मुलाकात नहीं हो पाई तो वह बदहवाश हो गई और सड़क पर बेहोशी की हालत में आ गिरी। जब उससे कहा गया कि वह पास के पुलिस थाने में चले। वहां से उसे उचित कानूनी मदद दिलाई जाएगी तो वह और ज्यादा नाराज हो गई। उसने आसपास पड़े कंकड़-पत्थर पुलिसकर्मियों की तरफ मारना शुरू कर दिए। हालांकि वहां मौजूद मकरोनिया के पटवारी विनोद साहू ने इस महिला को समझाइश देकर नियंत्रित किया। फिर उसे एसआई भदौरिया, मीडियाकर्मियों की मदद से पुलिस की गाड़ी में बैठाया। समाचार लिखे जाने पर यह महिला सुरखी थाने पहुंचा दी गई है। इस पूरे घटनाक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा में आए कतिपय सफेदपोश, प्रशासनिक अफसर और आम नागरिकों का बड़ा ही अमानवीय चेहरा देखने मिला I जो एक सड़क पर पड़ी महिला को तो ठीक उसकी मासूम बच्ची को भी सड़क से उठाने तैयार नहीं हुए और हार्न बजाते , जगह बनाते हुए आगे बढ़ रहे थे। गनीमत रही कि पुलिस महकमें में मीनेश भदोरिया जैसी संवेदनशील नौजवान अधिकारी भी हैं जोअपने कर्तव्य को भली-भांति समझते हैं। और उसे निभाने में कभी पीछे नहीं हटते हैं।12/08/2023



