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भीषण एक्सीडेंट करने वाले रईसजादे की एक बीयर बॉटल कम क्यों बता रही है नरयावली पुलिस?

एसयूवी से चार लोगों को उड़ाने के मामले में पुलिस की जांच संदेह के घेरे में

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सागर। महाराष्ट्र के शहर पूना में नशे में धुत्त एक नाबालिग रईसजादे ने विदेशी कार से दो लोगों को कुचलकर मार दिया था। पुलिस ने बारीकी से जांच की तो मालूम हुआ कि घटना को अंजाम देने वाले आरोपी बचाने के लिए माता-पिता, दादा के अलावा पुलिसकर्मी, डॉक्टर्स आदि ने कानून को ताक पर रख दिया था। खुलासा हुआ तो यह सभी हवालात पहुंच गए। सागर के नरयावली थाना क्षेत्र में भी पूना सरीखा एक्सीडेंट हुआ है। यहां भी एक रईसजादे अमन बिड़ला ने अपनी एक्सयूवी से एक साथ चार लोगों की जान ले ली। उस पर नशे में धुत्त होने का संदेह है। इधर  नरयावली पुलिस है कि पूना के मामले से कोई सबक नहीं ले रही ऐसा लगता है कि वह  इस रईसजादे को कानूनी शिकंजे से बचाने की कोशिश कर रही है ! उदाहरण के लिए पुलिस का कहना है कि जिस एक्सयूवी से एक्सीडेंट हुआ। उसमें बीयर की दो खाली बॉटल व गिलास मिले थे। जिन्हें आधिकारिक रूप से जब्त किया गया। जबकि सच्चाई ये है कि इस गाड़ी में दो नहीं कम से कम तीन बॉटल बीयर पी गई। भरोसा नहीं हो तो नरयावली पुलिस अपने ही जरुवाखेड़ा चौकी के कम्पाउंड में खड़ी इस क्षतिग्रस्त कार का एक बार और मुआयना कर ले। उन्हें गाड़ी में ड्राइवर अमन की सीट के पीछे तरफ बीयर की एक खाली बॉटल पड़ी दिख जाएगी।

8 घंटे बाद कराया था अल्कोहॉल टेस्ट, रिपोर्ट अब तक नहीं आई

यह हादसा 19 जून की शाम करीब 4 बजे हुआ था। लेकिन पुलिस ने आरोपी ड्राइवर अमन बिड़ला निवासी बड़ा बाजार, सागर की एमएलसी समेत ब्लड सेम्पिलिंग रात करीब 12 बजे कराई। जबकि इस मामले में जिला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने रात करीब 9.30 बजे ही अल्कोहॉल टेस्ट के लिए नरयावली पुलिस को निर्देश दे दिए थे। माना जा रहा है कि पुलिस इस दौरान आरोपी ड्राइवर के परिजनों के संपर्क में रही और सेम्पिलिंग में देरी हो गई।

धारा 151 के तहत दोबारा गिरफ्तारी पर सवाल                इस मामले में पुलिस ने आरोपी ड्राइवर अमन बिड़ला को घटना के करीब 48 घंटे बाद तक पुलिस थानेे में रखा। इसके पीछे पुलिस ने जो थ्योरी बताई है। वह किसी भी एंगिल से हजम नहीं हो रही। ऐसा लगता है कि पुलिस आरोपी को इतने अधिक समय तक “किसी उद्देश्य विशेष” के लिए रोके रही। पुलिस का कहना था कि आरोपी अमन को दो अलग-अलग मामलों में अलग-अलग दिन गिरफ्तार किया गया। उसकी पहली गिरफ्तारी 19 जून की देरशाम इस एक्सीडेंट के केस में हुई। उस पर भादवि की धारा 304 ए, 279, 337 का केस दर्ज कर करीब 24  घंटे बाद उसे मुचलके पर थाने से रिहा कर दिया था। और अगला केस रिहा होने के थोड़ी देर बार दर्ज किया गया। पुलिस के मुताबिक  आरोपी युवक जैसे ही थाने से निकला तो वह बस स्टैंड पर लोगों से गाली-गलौज करने लगा। उसने हंगामा खड़ा कर दिया। नतीजतन उसे प्रतिबंधात्मक धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया। 21 जून को उसे एसडीएम सागर के कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जमानत मिल गई।

बलून को हादसे का कारण बताया जा रहा जबकि सच्चाई कुछ और है

जिस दिन यह एक्सीडेंट हुआ। उस दिन थाना प्रभारी के चार्ज में एएसआई डीके गुरु थे। उनका कहना था कि गाड़ी संभवत: इसलिए बहक गई थी क्योंकि जैसे ही वह पहले वाहन से टकराई तो उसके सेफ्टी वलून खुल गए। चेहरे पर बलून आ जाने से अमन का स्टीयेरिंग पर से नियंत्रण खत्म हो गया। वह दूसरे वाहनो को टक्कर मारता खेतों में घुस गया। एएसआई गुरु की बात पर भरोसा करें तो युवकों ने सीट बेल्ट लगा रखे थे। जबकि सच्चाई ये है कि इन लोगों ने सीट बेल्ट बांधने के लिए बार-बार बजने वाली बीप से बचने के लिए बेल्ट को सीट पर ही लपेट दिया था। इसलिए जैसे ही यह गाड़ी, टकराई तो बलून खुल गए और ये लोग झटके से स्टेयरिंग-डैश बोर्ड की तरफ गिरे और बलून से उनके चेहरे ढंक गए। नतीजतन इन लोगों ने एक दूसरी बाइक को भी एक्सीडेंट का शिकार बना दिया।                         गाड़ी की डिग्गी में रखे गद्दे-तकिया की क्या कहानी है? पुलिस अभिरक्षा में खड़ी इस गाड़ी की डिग्गी में गद्दे-तकिया रखे हैं। जो जताते हैं कि इसमें सवार युवक पूरे ऐशो-आराम के मूड में ही निकलते थे। सूत्रों के अनुसार युवक अमन अपनी गाड़ी से तफरीह करने अक्सर शहर के बाहर के तरफ की सड़कों व फोरलेन पर देखा गया है।

मां, बेटे, पोती समेत चार लोग मारे गए थे                           सागर-बीना रोड पर 8 दिन पहले हुए इस हादसे में बंडा के गोरा गांव के एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी। जबकि एक अन्य युवक जो पेशे से एमआर था, उसकी मौत थोड़ी देर बाद उपचार के दौरान हो गई थी। मरने वालों में महिला सीता रानी (60),उनका बेटा राम नरेश ठाकुर (40) बेटे की बेटी महिमा (13) निवासी गोरा गांव बंडा और झूलन विश्वकर्मा निवासी गांव मोकलपुर शामिल थे। एक अन्य घायल ओमप्रकाश पाल का शहर के भाग्योदय अस्पताल में उपचार चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ये सभी दो अलग-अलग बाइक से सागर की तरफ आ रहे थे। जबकि सामने से अमन बिड़ला और उसका दोस्त एक्सयूवी गाड़ी से आ रहे थे। तीनों वाहनों की एक के बाद एक आमने-सामने से टक्कर हुई थी।

टीआई को डायरी समेत तलब कर रहा हूं

पुलिस इस मामले में पूरी गंभीरता बरत रही है। गाड़ी में एक और बॉटल का मिलना, प्रतिबंधात्मक धारा में दोबारा गिरफ्तारी के बारे में टीआई नरयावली से जवाब लिया जाएगा। उन्हें मय डायरी के कार्यालय तलब किया जा रहा है।

लोकेश सिन्हा, एडिशनल एसपी, सागर

 27/06/2024

 

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