कांग्रेसी विधायकों की एसआईटी पीड़ितों में फर्क क्यों कर रही है ?
कांग्रेस विधायकों की विशेष टीम बरोदिया नौनागिर गांव पहुंची, एसपी को ज्ञापन सौंपा, घटनाक्रम की सीबीआई जांच और पीड़ितों को मुआवजा की मांग दोहराई

www.sagarvani.com 9425172417
सागर। मप्र कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित अजा वर्ग के विधायक – नेताओं की एक टीम सोमवार को खुरई तहसील के बरोदिया नोनागिर गांव पहुुंची। पूर्व गृह मंत्री एवं विधायक बाला बच्चन के नेतृत्व में इस टीम में विधायकगण फूलसिंह बरैया, सोहन वाल्मिकी, नारायण पट्टा और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, मप्र कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आनंद अहिरवार शामिल थे। इस कांग्रेसी एसआईटी की विजिट में दो बातें सामने आई। पहली ये कि इसमें केवल अजा वर्ग के विधायक व नेता हैं। जबकि इस विवाद में ओबीसी और मुस्लिम पक्ष भी शामिल है। न्यायपूर्ण होता कि इस कमेटी में कम से कम एक – एक सदस्य इन वर्गों से भी शामिल कर लिए जाते। मुमकिन है कि इससे पूरे घटनाक्रम की सत्यता एकदम से छन कर सामने आ जाती। दूसरा ये कि, भौगोलिक तौर से रजक समुदाय मप्र के कई जिलों में एससी वर्ग की अनुसूची शामिल है। जिलों की सीमा से परे जाकर यह टीम घायल पप्पू रजक के घर भी जा सकती थी। वैसे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह और बाद में सीएम डॉ. मोहन यादव भी घटनाक्रम का दूसरा पक्ष जानने पप्पू रजक के घर गए थे।
गांव पहुंचे, मृतकों के परिजन और ग्रामीणों से बात की
टीम के सदस्यों ने पहले इस घटनाक्रम को लेकर भोपाल में एक बैठक की। इसके बाद ये लोग शाम करीब 5 बजे बरोदिया नोनागिर पहुंचे। ये लोग सबसे पहले मृतक अंजना अहिरवार और लालू अहिरवार के घर गए। लालू की पिछले साल हत्या हो गई थी। जबकि अंजना ने बीते दिनों शव वाहन से छलांग लगा दी थी। अंजना एक अन्य युवक राजेंद्र अहिरवार का शव लेकर गांव लौट रही थी। तभी वह शव वाहन से कूद गई थी। परिवार के लोगों ने कहा कि लालू को गांव के दबंगों ने मार दिया। अब गवाहों को खत्म किया जा रहा है। राजेंद्र और अंजना उस केस में गवाह थे। अंजना और लालू के भाई विष्णु ने कहा कि हम लोगों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। इसके बाद टीम के सदस्य इस घटनाक्रम के दूसरे मृतक राजेंद्र अहिरवार के भी घर गए। परिजनों से बात की।
एसपी से मुलाकात करने पहुंचे ज्ञापन देकर दोहराई मांगे
बरोदिया नोनागिर से लौटने के बाद पूर्व विधायक सुनील जैन, तरवरसिंह, कांग्रेस नेता रामकुमार पचौरी, हीरालाल चौधरी, धनसिंह अहिरवार व अन्य को साथ लेकर यह प्रतिनिधि मंडल देरशाम एसपी अभिषेक तिवारी से मुलाकात करने पहुंचा। वहां इन लोगों ने एसपी के माध्यम से शासन से मांग की कि, मृतकों के परिजन को मुआवजा दिया जाए। पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच कराई जाए। पीड़ित बताए जा रहे लोगों को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। मृतकों के परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।
10/06/2024



