वकील बोले, पीठासीन अधिकारी से फैसला करने कहो तो बोलते हैं मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है
जिला उपभोक्ता आयोग के पीठासीन अधिकारी के खिलाफ लामबंद हुए वकील - केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत को सौंपा शिकायती ज्ञापन, वर्ग भेद करने का लगाया आरोप

सागर। जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग के अध्यक्ष एवं पीठासीन अधिकारी के खिलाफ वकील लामबंद हो गए हैं। शनिवार को वकीलों ने मप्र शासन के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री गोविंदसिंह राजपूत को एक शिकायती ज्ञापन सौंपा।
जिसमें वकीलों ने पीठासीन अधिकारी राजेश कोष्ठा पर कई आरोप लगाए। वकीलों का कहना है कि पीठासीन अधिकारी वकीलों से अभद्र व्यवहार करते हैं। केसों को बेवजह लंबित रखते हैं। उनसे मामलों पर जल्द से जल्द सुनवाई के लिए निवेदन करो तो वह जवाब देते हैं कि मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है। मैं बीमार हूं। आप तो मेरा ट्रांसफर करा दो। जहां शिकायत करना हो कर दो। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
शिकायत करने वाले वकीलों का कहना है कि श्री कोष्ठा बीते डेढ़ साल से आयोग के अध्यक्ष पद पर काम कर रहे हैं। इसके पहले वह वर्ष 2013-16 के बीच तीन साल इसी पद पर रहे। हम लोगों की मांग है कि उनके इस साढ़े चार वर्षीय कार्यकाल की जांच कराई जाए। वकीलों ने पीठासीन अधिकारी पर वर्ग भेद का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे सवर्ण वर्ग के केसों में दुर्भावना पूर्ण वातावरण बनाकर निराकरण करते हैं। वकीलों ने शासन से इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की है।
ज्ञापन देने वालों में अधिवक्तागण शिवदयाल राजू बड़ोन्या, दुष्यंत मिश्रा, आरके विश्वकर्मा, आईएस सोनी, दिनेश रोहित, आरके चौरसिया, हरिहर रजक, अखिलेश दुबे, अमित दुबे, सुरेश चौधरी नीलेश जैन समेत अन्य अधिवक्ता शामिल थे।
22/02/2025



