विवि: नई भर्ती वाले असिस्टेंट प्रोफेसर्स को नहीं मिला चार महीने से वेतन!
रजिस्ट्रार, डोफा और फाइनेंस शाखा पर आवश्यक कार्रवाई में लेतलाली के आरोप

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सागर। डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि में बीते साल के आखिरी महीनों में भर्ती हुए 50 से अधिक असिस्टेंट प्रोफेसर्स पद के शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है। यह खुलासा विवि के एक विभाग में पदस्थ महिला शिक्षक द्वारा हाल ही में फाइनेंस शाखा में लताड़ लगाकर वेतन हासिल करने की घटना के बाद हुआ है। चर्चा है कि नई भर्ती के यह सभी शिक्षक अपाइंटमेंट लैटर मिलने के बाद मेडिकल, एलपीसी, वेरिफिकेशन, एफिडेविट, कॉन्ट्रेक्ट आदि प्रक्रिया को समय रहते पूर्ण कर चुके हैं।
लेकिन इसके बाद रजिस्ट्रार ऑफिस, डोफा और फिर फाइनेंस शाखा में इनके वेतन जारी करने संबंधी कार्रवाई अटकी हुई है। दूसरी एक चर्चा ये भी है कि वेतन नहीं मिलने के बावजूद अधिकांश शिक्षक, इसलिए भी चुप्पी साधे हैं क्योंकि वे भी नहीं चाहते कि नई-नई नौकरी में किसी तरह के बखेड़े में फंसे। जिसका असर उनकी भर्ती या प्रोबेशन पीरियड पर सवाल खड़ा कर दे।
पेंशनर्स, आउटसोर्स समेत कुलपति-टीचर तक का वेतन अटक चुका है
वेतन समेत अन्य भुगतानों को लेकर विवि में फिलहाल अराजकता का माहौल है! ये माना जा सकता है कि नई भर्ती वाले टीचर्स को शुुरुआती माह का वेतन समय पर मिले। इसलिए उन्हें विवि द्वारा मांगे जाने वाले आवश्यक दस्तावेज समय पर देना आवश्यक होता है। अगर वे ऐसा नहीं कर पाते हैं तब उनका वेतन लंबित होना जायज है। लेकिन बात जब विवि के पेन्शनर्स, नियमित शैक्षणिक स्टाफ जिसमें कुलपति भी शामिल हैं, का भी वेतन अटक जाए तो समझा जा सकता है कि विवि की प्रशासनिक व वित्तीय कार्यप्रणाली किस स्टैंडर्ड की हो गई है।
यही हाल ठेके पर काम कर रहे आउटसोर्सकर्मियों का भी है। बताया जाता है कि रजिस्ट्रार कार्यालय व वित्त शाखा द्वारा समय रहते ठेकेदार फर्म के खिलाफ कार्रवाइयां नहीं किए जाने के कारण इन जरूरतमंद श्रेणी के कर्मचारियों का वेतन भी लंबे समय से अटका हुआ है।
फाइनेंस ऑफिसर नौकरी छोड़ने का नोटिस दे चुके हैं !
विवि में भुगतान संबंधी मामलों में बरती जा रही देरी के पीछे एक अहम कारण फाइनेंस ऑफिसर कुलदीपक शर्मा को भी माना जा रहा है। विवि के गलियारों में चर्चा है कि कतिपय रसूखदार गैर-शैक्षणिक अधिकारियों के दबाव के कारण वह स्वयं को यहां काम करने के अनुकूल नहीं पा रहे हैं। जिसके चलते वह भुगतान संबंधी किसी भी काम में रुचि नहीं ले रहे। यही कारण है कि जिस विवि में सभी शिक्षक, कर्मचारी-अधिकारियों का भुगतान महीने की आखिरी तारीख को करने की परंपरा रही है। वहां पेमेंट अगले महीने मेें हो रहा है। जानकारी के अनुसार फाइनेंस ऑफिसर शर्मा पद छोड़ने की सूचना विवि कुलपति एवं रजिस्ट्रार को दे चुके हैं। चूंकि ये समय वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही का है। इसलिए उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करते हुए उन्हें नोटिस पीरियड पर रख वित्तीय कामकाज निपटाने के लिए कहा गया है। चूंकि शर्मा को जाना ही है इसलिए वह सौंपे गए दयित्वों को भी पूरा करने में रुचि नहीं ले रहे। 
जॉइनिंग, वेरिफिकेशन में देरी से वेतन भुगतान में विलंब संभव
जॉइनिंग, दस्तावेज वेरिफिकेशन, के उपरांत जॉइनिंग आदेश जारी होता है। जिसके बाद ही वेतन भुगतान की प्रक्रिया होती है। चयनित शिक्षकों के कुछ दस्तावेजों की अनुपलब्धता के कारण वेरिफिकेशन में संभवत: विलंब के होने से वेतन की शुरुआत मतें देरी हो सकती है। ऐसे प्रकरण में उनके पूर्व माह का वेतन एरियर के रूप में भुगतान किया जाएगा।
– डॉ. विवेक जायसवाल, पीआरओ, डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि, सागर
07/02/2025



